generation of computer in hindi -कंप्यूटर के पांच पीढ़ीयां

COMPUTER GENERATIONS

कंप्यूटर के पीढ़ियां(Generation of Computer in hindi)

हेलो दोस्तों आज हम इस पोस्ट में Computer  Generation तथा कंप्यूटर की इतिहास और समय  के साथ कंप्यूटर में हुए परिवर्तन के बारे में उल्लेख किए हैं ।कंप्यूटर का इतिहास बोहत पुराने हे ,हजारों साल पूर्व  गणना करने के लिए Abacus जैसे उपकरण का उपयोग किया  जाता था जो की आज कल भी कई स्कूलों  में गणना करने के लिए उपयोग किया  जाता हे। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के सुरु होते ही  कंप्यूटर  की विकाश  तेज़ी से हुआ ,और समय समय पर जरुरत की हिसाब से कंप्यूटर के आकार ,प्रकार और उसके कार्यप्रणाली में सुधार किया  गया और परिणाम स्वरुप हमें आज का यह आधुनिक कंप्यूटर मिला।सुरु से आज तक कंप्यूटर को बेहतर बनाने के लिए उसमें  कई सारे परिवर्तन  कीया  गया। इसी परिवर्तन  को Computer Generation  कहा जाता हे और इसे पांच पीढ़ीओ में बांटा गया हे। 1946 में ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer) नामक  प्रथम इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर , J.P Eckert और John Mauchly के द्वारा विकसित किया  गया जिससे  Computer  generation  का सुरुवात  हुई.. 

तो आइए कंप्यूटर पीढ़ीओं के समय सिमा और उस समय उपयोग होने वाले मुख्य तकनीक के बारे में 

Five Generation of Computer in hindi

Generations

Time period

Technology used

First Generation1946-1959vacuum tube
Second Generation1959-1965transistors
Third Generation1965-1971Integrated circuits(ICs)
Fourth Generation1971-1980VLSI microprocessor
Fifth Generation1980-PresentAI & ULSI

प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर  (First Generation of Computer)

  • सन 1946 से 1959 तक प्रथम पीढ़ी  मानी  जाती हे। इस जेनेरशन  के कंप्यूटर में Vacuum Tube को कंप्यूटर के मुख्य घटक के रूप में इस्तमाल किया  जाता था
  • Vacuum Tube का प्रयोग हेतु ये कंप्यूटर साइज में बहुत बड़े थे और बहुत ही गर्मी उत्प्पन करते थे। 
  • Vacuum Tube का आविष्कार John Ambrose Fleming  ने 1906 में किए थे। 
  • इस  Generation  में इनपुट और  आउटपुट के लिये   Punch  card  ,Paper  tape   और Magnetic  tape , का इस्तेमाल किया  जाता था 
  • बहुत गर्मी उत्पन्न  होने के वझे से इसे AC यानि ठन्डे बाताबरण केआवस्यकता होती थी 
  • First Computer Generation कंप्यूटर में Low-Level यानि मशीन भाषा  का इस्तेमाल किया  जाता था और यह Multitasking करने में सक्षम नहीं था  यह केवल  एक टाइम में एक ही कार्य कर सकता था। 
  • मेमोरी के लिए Magnetic Drums  का इस्तेमाल किया  जाता था जो की  बोहत कम मात्रा में जानकारी रखने  में सक्षम था 

प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर के विशेषताएं

  • वैक्यूम ट्यूब का उपयोग 
  • मेमोरी यानि Data store करने के लिए Magnetic Drums का इस्तेमाल किया जाता था जो की बोहत कम डाटा को स्टोर कर सकता था 
  • यह कंप्यूटर आकार में बहुत बड़े होते थे ,इस वझे से इसे एक जगह से दूसरे जगह ले जाना बोहत ही मुश्किल था ,इसका बजन लगभग 30 टन का था 
  • इनपुट के लिए पंच कार्ड ,पेपर टेप ,मैग्नेटिक टेप का इस्तेमाल किया जाता था 
  • आउटपुट प्रिंट आउट पर निर्भर था 
  • यह कम्प्पूटर बहुत धीमी गति से प्रोसेस कर पाते थे 
  • एक Time पे केबल एक ही कार्य कर सकते थे 
  • Unreliable थे यानि कंप्यूटर का रिजल्ट पूरा ठीक ही आएगा इसका कोई गारंटी नहीं था 
  • यह बहुत बिजली खपत करते थे और साथ ही बहुत गर्मी पैदा करते थे 
  • AC की ज़रूरत होती थी 
  • यह कंप्यूटर बोहत ही मेहेंगे थे 
  •  यह  केबल मशीन भाषा को Support  करता  था 
  •  कई सरे ऑपरेटर के जरुरत होते थे 
  • निरंतर रखरखाव के ज़रूरत होते थे 
  • यह कंप्यूटर Millisecond में कैलकुलेशन कर सकता था 

Example of First generation of computer(प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर के उदहारण  )

ENIAC( Electronic Numerical Integrator and Computer )

  • इस  कम्यूटर का पूरा नाम Electronic Numerical Integrator and Computer हे  , इसका आविष्कार   J.P Eckert और John Mauchly ने किया था ,इसी  कंप्यूटर में vacuum tube  का इस्तेमाल किआ गया था 
  • यह कंप्यूटर में लगभग  20,000  vacuum tube ,70,000 रजिस्टर और 10,000 कपैसिटर  का इस्तेमाल किया  जाता था 

EDVAC (Electronic Discreate variable Automatic Computer)

  • EANIC के आविष्कारक ने इसका निर्माण किया था ,यह एक Binary Serial  कंप्यूटर था ,यह सीरियल मेमोरी उपयोग से  Addition, Subtraction, multiplication ,division  जैसे कार्य को करता था।  

UNIVAC(Universal Automatic Computer)

  • यह उस समय का Commercial  कंप्यूटर में से एक था ,उसी समय  UNIVAC-1 को  एक Commercial data-processing कंप्यूटर के रूप में बनाया गया था। 

IBM-701(International Business Machine)

  • इस कंप्यूटर विकसित करने के समय Defense Calculator  के नाम से जाना जाता था 

द्वितीय पीढ़ी के कंप्यूटर  (Second Generation of Computer)

  • इस जेनेरशन  के समय 1959 से 1965 तक माना  गया हे ,
  • द्वितीय पीढ़ी के कम्प्यूटरों में Vacuum Tube  के जगह Transistor का इस्तेमाल किया  गया था,जो की इस पीढ़ी के मुख्य घटक था।
  • Transistor का आविष्कार  William Shockley ने 1947 में किया था। 
  • Transistor के उपयोग के कारण  ये प्रथम पीढ़ी  कंप्यूटर के मुकाबले साइज में छोटे हो गये । 
  • प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर से यह अधिक स्पीड ,कम ऊर्जा उत्प्पन ,कम बिजली खपत करने में सख्यम था। 
  • इस पीढ़ी के कंप्यूटर को ऑपरेट करने के लिए 1 या 2 ओपेरटर की आवश्यकता  होती थी जब की पहले जनरेशन में 100 से भी ज्यादा ऑपरेटर के आवश्यकता होती थी 
  • इनपुट के लिए पंच कार्ड और असेंबली लैंग्वेज का इस्तेमाल किआ जाने लगा 
  • Magnetic Tape को प्राइमरी मेमोरी और Magnetic  Disk  को सेकेंडरी मेमोरी के लिये  उपयोग किया  जाता था 
  •  इन कंप्यूटर में  FORTRAN और COBOL जैसे उच्च स्तरीय भाषा  का उपयोग किया  गया 
  • AC यानि cooling  system  की जरुरत अभी भी थी 

द्वतीय पीढ़ी के कंप्यूटर के विशेषताएं

  • यह कंप्यूटर Transistor Technology पर आधारित थे 
  • Transistor के उपयोग से यह कंप्यूटर आकर में प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर से छोटे हो गये  
  • प्रथम पीढ़ी के  कंप्यूटर से अधिक तेज़  और अधिक  बिस्वसनीय 
  • प्रथम पीढ़ी के  कंप्यूटर से कम ऊर्जा उत्पन्न और कम बिजली की खपत होते थे 
  • अभी भी  AC की जरुरत थी 
  • Machine Language और Assembly Language का प्रयोग  
  • कंप्यूटर Microsecond में कैलकुलेशन कर सकता था 

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए 100 कंप्यूटर प्रश्न और उत्तर

द्वितीय पीढ़ी के कंप्यूटर के उदहारण:-

  1. UNIVAC 1108 
  2. IBM-7094 
  3. CDC-3600 
  4. CDC-1604 
  5. Honeywell-400 

तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटर  (Third Generation of Computer)

  • तीसरी पीढ़ी  के अबधि सन 1965 से  1971  तक माना जाता हे ,इस पीढ़ी के कंप्यूटर में  Transistor के जगह Integrated Circuits (ICs)का इस्तेमाल हुआ 
  • ICs का आविष्कार Robert Noyce और Jack Kilby ने  किये थे। 
  • एक ICs कई सारे  transistors, resistors और  capacitors से मिल कर बनता  हे। 
  • ICs के उपयोग से कंप्यूटर के आकार में परिवर्तन हुआ साथ ही साथ कंप्यूटर अधिक तेज़ी से कैलकुलेशन करने में सक्ष्यम हुआ। 

तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटर के विशेषताएं

  • Integrated Circuits (ICs) का उपयोग 
  • कंप्यूटर स्टोरेज में विकास  हुआ 
  • Time-Sharing और Multiprogramming  ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग 
  • keyboard और  Monitor का इस्तेमाल इस पीढ़ी में हुआ 
  • पहले  पीढ़ी के कंप्यूटर के तुलना में ये ज्यादा स्पीड ,बिस्वसनीय और छोटे साइज के थे 
  • कम गर्मी उत्पन्न करती थी पहले पीढ़ी के कंप्यूटर के मुकाबले 
  • FORTRON,COBOL,BASIC,PASCAL जैसे उच्च स्तरीय भाषा का उपयोग 
  • कंप्यूटर Nanosecond में गणना कर सकता था 
  • ICs chip का रख रखवा बोहत ही मुश्किल था 

तृतीय पीढ़ी  के कंप्यूटर के उदहारण:-

  1. IBM-370 
  2. PDP (Personal Data Processor)
  3. honeywell-6000 series
  4. IBM-360 Series
  5. ICL-2900

चतुर्थ पीढ़ी के कंप्यूटर (Fourth Generation of Computer)

  • सन 1971 से 1980 बिच  विकशित  हुये कंप्यूटर को फोर्थ जेनेरशन  कहा जाता हे। 
  • इस पीढ़ी में ICs  को और भी विकसित किआ गया  जिसे  Very  Large Scale  Integration(VLSI) नाम दिया गया  था  .
  •  इस जेनेरशन  में एक Chip का आविस्कार हुआ जिसे Micro processor कहा जाता था ,यह VLSI टेक्नोलॉजी पर आधारित था। 
  • Micro processor के उपयोग से कंप्यूटर आकार में बोहत छोटे होने के साथ अधिक तेज़ भी हो गये। 
  •  इस  पीढ़ी   में माउस और  अन्य पेरीफेरल डिवाइस का उपयोग किया  गया  
  • Operating System DOS(Disk Operating System) का इस्तेमाल इस पीढ़ी  में हुआ और Network का उपयोग इसी जेनेरशन में सुरु हुआ था। 

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर के विशेषताएं

  • VLSI Technology का उपयोग 
  • कंप्यूटर के Size बोहत छोटे आने  लगे 
  • GUI (Graphical User Interface) आधारित  ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया  गया
  • कंप्यूटर बोहत सस्ते दाम में मिलने लगे 
  • Network और Internet का उपयोग  इस पीढ़ी में सुरु हुआ 
  •  AC का आबस्यक्ता कम हुआ 
  • Multimedia का बिकास हुआ 
  • कंप्यूटर अधिक तेज़ और प्रभाबशाली  बना 
  • इसे एक जगह  से दूसरे जगह  ले जाना बोहत ही आसान था 
  • यह कंप्यूटर  Nanosecond से Picosecond में गणना कर सकता था 
  • पहले पीढ़ी के  कंप्यूटर  से अधिक विस्वसनीयता 

चतुर्थ  पीढ़ी  के कंप्यूटर के उदहारण: – 

  1. STAR  1000 
  2. PDP-11 
  3. PCs 
  4. DEC-10 
  5. CRAY -1 
  6. CRAY -X -MP 

पांचवां पीढ़ी के कंप्यूटर (Fifth Generation of Computer)

  • सन 1980 से वर्त्तमान तक कप्यूटर को पांचवे पीढ़ी  कंप्यूटर माना जाता हे ,इस जनरेशन में VLSI Technology  के जगह ULSI (Ultra Large Scale Integration)  Technology का इस्तेमाल किया  गया। 
  • इस पीढ़ी  की कंप्यूटर के विकाश अभी भी जारी हे इसमें Artificial Intelligence विकसित  करने का कार्य किया  जा रहा हे जैसे कम्प्यूटर इंसान की तरह काम कर सके। 
  • इस पीढ़ी में C, C++,JAVA जैसे उच्च स्तरीय भाषा  का उपयोग किआ जा रहा हे 
  • Sound, Image, text आदि का विकाश  हुआ, internet और  network के मदद से कंप्यूटर को एक दूसरे के साथ जोड़ने के साथ -साथ सुचना  का भी आदान प्रदान करना बोहत  आसान हो गया।  

पांचवां पीढ़ी के कंप्यूटर के विशेषताएं

  • ULSI का प्रयोग 
  • कंप्यूटर बोहत ही छोटे Size के आने लगे
  • User Friendly Interface का विकास  हुआ  
  • C ,C++,Java जैसे उच्च स्तरीय भाषा का प्रयोग 
  • Artificial Intelligence का विकास  
  • GUI  पर आधार ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल  
  • पहले पीढ़ी से अधिक तेज़ और विस्वसनीयता 
  • कंप्यूटर की स्टोरेज क्षमता बोहत ज्यादा बढ़ गयी 

Example of Fifth generation of computer(पांचबे  पीढ़ी  के कंप्यूटर के उदहारण )

  1. Desktop
  2. Laptop
  3. palmtop
  4. ChromeBook
  5. NoteBook
  6. UltraBook

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