दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध के बारे में संखिप्त में जानेंगे। भारतीय इतिहास में कई प्रमुख युद्ध हुए हैं , अकसर परीक्षाओं में युद्धों से सम्बंधित प्रश्न पूछ लिए जाते हैं। जो स्टूडेंट किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तयारी कर रहे हैं , यह उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध
दाशराज्ञ युद्ध
- दशराज्ञ युद्ध या दस राजाओं का युद्ध 1700 ईपू से 1000 ईपू के बीच राजा सुदास और दस राजाओं का एक संघ के बीच लढा गया था।
- दशराज्ञ युद्ध परुष्णी नदी (वर्तमान में रावी) के तट पर लड़ा गया, जिसमें भरतो के राजा सुदास ने दस राजाओं के एक संघ को हराया।
बक्सर का युद्ध
- बक्सर का युद्ध 1764 ई. में हेक्टर मुनरो के नेतृत्व में ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना और बंगाल के नबाब मीर कासिम, अवध के नबाब शुजाउद्दौला, तथा मुगल बादशाह शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेनाओं के बीच लढा गया था।
- इस युद्ध में अंग्रेजों का जित हुई , परिणाम में पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उड़ीसा और बांग्लादेश का दीवानी और राजस्व अधिकार अंग्रेज कम्पनी के हाथ चला गया।
- 1765 में शाह आलम द्वितीय के आत्मसमर्पण के साथ लड़ाई समाप्त हो गई और रॉबर्ट क्लाइव ने शुजा-उद-दौला और शाह आलम-द्वितीय के साथ इलाहाबाद की संधि पर हस्ताक्षर किए।
प्लासी का युद्ध
- प्लासी की लड़ाई 23 जून 1757 के हुगली नदी के तट पर प्लासी नामक स्थान पर हुआ था।
- यह युद्ध ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना और बंगाल के नवाब सिराज़ुद्दौला के बीच हुआ था।
- इस युद्ध में ब्रिटिश सेना का नेतृत्व रोबर्ट क्लाइव कर रहा था।
- इस युद्ध को कम्पनी की जीत नही मान सकते कयोंकि युद्ध से पूर्व ही नवाब के तीन सेनानायक मीर जाफर, उसके दरबारी, तथा राज्य के अमीर सेठ जगत सेठ आदि से कलाइव ने षडंयत्र कर लिया था।
पानीपथ का युद्ध
पानीपथ की पहली लड़ाई यह युद्ध सन 1526 अप्रैल 21 तारीख को हरियाणा के पानीपथ में लढा गया था।
- पानीपत का प्रथम युद्ध ज़हीर-उद्दीन बाबर और दिल्ली के लोदी वंश के सुल्तान इब्राहिम लोदी के बीच लड़ा गया था।
- इस युद्ध में ज़हीर-उद्दीन बाबर ने इब्राहिम लोदी को परास्त किया था।
पानीपथ का दूसरी लड़ाई
- पानीपत का दूसरा युद्ध 5 नवंबर, 1556 को उत्तर भारत के हिंदू शासक सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य (हेमू ) और अकबर की सेना के बीच पानीपत के मैदान में लड़ा गया था।
- अकबर की और से इस युद्ध का नेतृत्व बैरम खां नै किया था।
- युद्ध के मैदान पर हेमू के आंख पर तीर लगा , जिसके कारन वह मूर्छित होकर गिर पड़ा। इसके पश्चात् मुगलों द्वारा हेमू को गिरफ्तार कर मार दिया गया।
पानीपथ की तीसरी लड़ाई
- पानीपत का तीसरा युद्ध 14 जनवरी, 1761 को पानीपत में अफगानिस्तान के अहमद शाह अब्दाली और मराठों के बीच लड़ा गया था और इस युद्ध में मराठों को पराजय का सामना करना पड़ा था।
हल्दीघाटी का युद्ध
- हल्दीघाटी का युद्ध 18 जून 1576 को मेवाड़ के महाराणा प्रताप और और मुगल सम्राट अकबर की सेना के बीच लडा गया था जिसका नेतृत्व आमेर के राजा मान सिंह प्रथम ने किया था। इस युद्ध में महाराणा प्रताप को भील जनजाति का सहयोग मिला।
चौसा का युद्ध
- चौसा का युद्ध मुग़ल सम्राट हुमायूँ और शेर शाह सूरी के बीच हुआ था।
- यह 29 जून 1539 को आधुनिक बिहार राज्य के बक्सर ज़िले में स्थित चौसा गाँव के पास लड़ा गया।
- इसमें शेर शाह सूरी की विजय हुई और हुमायूँ अपनी जान बचाने के लिए रणभूमि से भाग गया।
खानवा का युद्ध
- खानवा का युद्ध खानवा नामक स्थान पर बाबर एवं मेवाड़ के राणा सांगा के मध्य लड़ा गया।
- यह लड़ाई 16 मार्च 1527 को लड़ी गई थी।
- इस युद्ध में बाबर की जित हुई।
तराइन का युद्ध
तराइन का प्रथम युद्ध (1191 ई. )
- यह युद्ध मोहम्मद ग़ौरी और अजमेर तथा दिल्ली के चौहान राजपूत शासक पृथ्वी राज चौहान के बीच हुआ था।
- यह लड़ाई 1191 में तराइन के पास लढ़ा गया और इस युद्ध में पृत्वीराज चौहान जित गए।
तराइन का द्वितीय युद्ध (1192 ई.)
- तराइन की दूसरी लड़ाई वर्ष 1192 में लड़ी गई थी।
- इस युद्ध में गौरी ने वापसी की और पृत्वीराज चौहान को हरा दिता।
- जयचंद ने इस युद्ध में पृत्वीराज चैहान को धोका दिया था।
कलिंग का युद्ध
- कलिंग युद्ध मौर्य सम्राट अशोक और कलिंग के राजा अनंत पद्मनाभन के बीच हुआ था।
- कलिंग का युद्ध प्राचीन काल का सबसे विशाल और हिंसक युद्ध में से एक माना जाता है।
- इस युद्ध में मौर्य साम्राज्य ने कलिंग पर विजय प्राप्त की।
सम्बंधित लेख
दोस्तों आप को हमारा यह भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध लेख कैसा लगा आप हमें कमेंट कर के जरूर बताएं। दोस्तों यहाँ हम रोज़ नए नए सामान्य ज्ञान से सम्बंधित पोस्ट लिखते रहते हैं , अगर आप इस तरह के पोस्ट पढ़ना पसंद करते हैं तो आप हमारे इस वेबसाइट को सबस्क्राइब कर दीजिए , ताकि नए पोस्ट की जानकारी आप को तुरंत प्राप्त हो। आशा करते हैं आप को हमारा यह लेख पसंद आया होगा। आप का दिन सुभ हो , धन्यवाद।